प्री–डायबिटीज होने पर महिलाओं में नजर आते हैं ये लक्षण, जानिए कैसे करें बचाव
प्री-डायबिटीज एक गंभीर स्थिति है जो शुरुआती डायबिटीज का प्री-स्टेज होता है। यह सामान्यत: लक्षणहीन होता है, लेकिन महिलाओं में कुछ लक्षण देखे जाते हैं, जैसे की:
UTI और यीस्ट इंफेक्शन: महिलाओं में प्री-डायबिटीज के कारण बार-बार यूटीआई और यीस्ट इंफेक्शन हो सकते हैं। इन इंफेक्शनों का बार-बार होना एक संकेत हो सकता है।
स्किन इंफेक्शन: प्री-डायबिटिक महिलाओं में त्वचा इंफेक्शन का अधिक होना एक लक्षण हो सकता है।
चोटें जो लंबे समय तक नहीं भरती: प्री-डायबिटिक्स के मामले में घावों का भरना देर से होता है या कई बार बिल्कुल भी नहीं भरता है।
पीसीओडी: प्री-डायबिटिक महिलाओं में इंसुलिन प्रतिरोध होता है, जो पोलिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम (PCOD) का कारण बनता है, जो मासिक धर्म के अनियमित होने की ओर ले जाता है।
थकावट: बेवजह थकान और कमजोरी महसूस होना प्री डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
अत्यधिक प्यास और पेशाब: जब प्री-डायबिटीज़ बढ़कर डायबिटीज़ में बदल जाती है और ब्लड शुगर सामान्य तौर पर 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से अधिक बनी रहती है तब इन्सुलिन प्रतिरोधिता के कारण लक्षण दिखाई देते हैं, जिसमें अत्यधिक प्यास, अत्यधिक पेशाब, आम थकावट, अत्यधिक भूख, गैस्ट्राइटिस, और पाचन संबंधी समस्याएं शामिल हो सकती हैं।
गहरी वेल्वेटी त्वचा: यह एक स्थिति है जिसमें गर्दन और आर्म पिट्स में गहरी वेल्वेटी त्वचा या गाढ़ा रंग होता है। इसे एकैंथोसिस निग्रिकन्स कहते है। यह प्री-डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है।
प्री-डायबिटीज के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। सही आहार, नियमित व्यायाम, और नियमित चेकअप आपको इस समस्या से बचने में मदद कर सकते हैं। डॉक्टर से सलाह लें और आपके लिए सबसे उपयुक्त उपाय का पालन करें।